Connect with us

General

पीपीगंज में घरेलू गैस और उर्वरक खाद की बढ़ती कालाबाजारी, उपभोक्ताओं की कमर टूटी

Published

on

गोरखपुर/ पीपीगंज में इन दिनों “घरेलू गैस की कालाबाजारी” अपने चरम पर पहुंच चुकी है। शादियों का सीजन चल रहा है, ऐसे में पहले से ही महंगाई से परेशान आम जनता पर गैस सिलेंडर, यूरिया खाद और डीएपी की कालाबाजारी ने और बड़ा बोझ डाल दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों ने उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करना मुश्किल कर दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई दुकानदार घरेलू गैस सहित अन्य वस्तुओं को “वास्तविक कीमत से अधिक दरों पर बेच रहे हैं”। जब ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट करने की बात करते हैं तो दुकानदार वस्तु की “अनुपलब्धता” का बहाना बना देते हैं। लेकिन जैसे ही ग्राहक नकद भुगतान की बात करता है, वहीं दुकानदार तुरंत वस्तु उपलब्ध करा देता है। इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की रसीद देने से भी दुकानदार साफ मना कर देते हैं, जिससे कालाबाजारी का अंदेशा और मजबूत हो जाता है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि गैस सिलेंडर और उर्वरक खाद की अचानक बढ़ती कीमतें उनकी घरेलू और कृषि संबंधी जरूरतों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही हैं। किसानों का कहना है कि यूरिया खाद और डीएपी की कालाबाजारी के चलते खेती की लागत बढ़ रही है, जिसका सीधा असर फसलों के उत्पादन व खेती की लागत पर पड़ रहा है।

पीपीगंज क्षेत्र में दुकानदारों द्वारा अपनाई जा रही यह नीति पूरी तरह नियमों के खिलाफ है। सामान्यतः ऑनलाइन पेमेंट का उद्देश्य पारदर्शिता सुनिश्चित करना होता है, लेकिन यहां दुकानदार ऑनलाइन लेनदेन से बचते हुए “नकद भुगतान को प्राथमिकता” दे रहे हैं, ताकि किसी भी प्रकार का हिसाब-किताब दर्ज न हो सके।

ग्राहकों का कहना है कि नकद भुगतान की मजबूरी ने उन्हें ठगे जाने पर मजबूर कर दिया है। कई उपभोक्ताओं ने बताया कि दुकानदार मनमानी कीमत वसूलते हैं, और रसीद मांगने पर बहाने बनाते हैं या वस्तु देने से मना कर देते हैं।

आपको बता दें कि “आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955” के अनुसार कोई भी दुकानदार आवश्यक वस्तु उपलब्ध होने के बावजूद किसी ग्राहक को देने से मना नहीं कर सकता। यदि वह ऐसा करता है, तो उसे “जमाखोरी और कालाबाजारी” की श्रेणी में माना जाता है।

इस कानून के तहत दोषी पाए जाने पर दुकानदार को कारावास, जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है। यह अधिनियम सरकार को शक्ति देता है कि वह आवश्यक वस्तुओं की कीमतों और वितरण पर नियंत्रण रखकर जनता को राहत प्रदान करे।

स्थानीय निवासियों एवं किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पीपीगंज और आसपास के क्षेत्रों में गैस एजेंसियों, खाद की दुकानों और अन्य आवश्यक वस्तु विक्रेताओं की सख्ती से जांच की जाए।
लोगों ने आरोप लगाया है कि कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई न होने से उनका मनोबल बढ़ गया है। यदि समय रहते इन प्रथाओं पर रोक नहीं लगी तो त्योहार और शादी के इस सीजन में आम जनता की परेशानी और बढ़ सकती है।

General

कैंपियरगंज क्षेत्र में मेडिकल जांच टीम की कार्रवाई से मेडिकल माफियाओं में हड़कंप

Published

on

By

गोरखपुर/कैंपियरगंज में लखनऊ से आई उच्चस्तरीय मेडिकल जांच टीम ने कैंपियरगंज सीएचसी क्षेत्र में गुरुवार को व्यापक औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का प्रयास किया। टीम ने क्षेत्र के विभिन्न पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड सेंटर, मेडिकल स्टोर और निजी अस्पतालों की गतिविधियों की गहन जांच की।

सूत्रों के अनुसार जांच अभियान के दौरान टीम ने ओम पैथोलॉजी सेंटर, रमा अल्ट्रासाउंड सेंटर, बंगाली मेडिकल स्टोर, मोदीगंज स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर, और एक हड्डी संबंधित अस्पताल सहित कुल 16 संस्थानों की कार्यप्रणाली का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद इन सभी 16 प्रतिष्ठानों को अनियमितताओं और आवश्यक दस्तावेजों की कमी के आधार पर “नोटिस जारी” किए गए।

मेडिकल जांच टीम ने संबंधित सभी संस्थानों से एक सप्ताह के भीतर अपना लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। टीम का कहना है कि क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई आवश्यक थी। यदि संबंधित प्रतिष्ठान निर्धारित समय सीमा के भीतर संतोषजनक जवाब देने में असमर्थ रहते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है।

गौरतलब है कि हाल के महीनों में ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल संस्थानों द्वारा नियमों के उल्लंघन और बिना अनुमति जांच चलाने की शिकायतें बढ़ रही थीं। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर विशेष निरीक्षण अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र के लोगों में उम्मीद जगी है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और मरीजों को सही सुविधाएं मिल सकेंगी।

स्थानीय निवासियों ने मेडिकल जांच टीम की इस कार्रवाई को “सकारात्मक कदम” बताया और उम्मीद जताई कि इससे अवैध और नियम विरुद्ध चिकित्सा गतिविधियों पर रोक लगेगी।

यह निरीक्षण अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि हर स्वास्थ्य केंद्र और निजी मेडिकल संस्था नियमानुसार सेवाएं प्रदान करे और मरीजों का भरोसा बना रहे।

इस संबंध में जब सीएचसी अधीक्षक डॉ विनोद वर्मा से बात की गई तो उन्होंने इस संबंध में कुछ भी बोलने से मना कर दिया है।

Continue Reading

General

ऑटो चालक की ईमानदारी बनी मिसाल, ढाई लाख के जेवरात सहित बैग लौटाया

Published

on

By

गोरखपुर/ पीपीगंज थाना क्षेत्र के रायपुर की रहने वाली कलावती देवी, पत्नी दिनेश कुमार, शादी समारोह में शामिल होने के लिए अपने मायके बालापार जा रही थीं। यात्रा के दौरान वे पीपीगंज से गोरखपुर जाने वाले एक ऑटो में सवार हुईं। महुआसर उतरने के बाद जल्दबाज़ी में वे अपना बैग ऑटो से उतारना भूल गईं और अगले वाहन का इंतज़ार करने लगीं। इसी दौरान जब बैग याद आया तो कलावती देवी बेचैन हो उठीं और तुरंत परिजनों को सूचना दी।

परिजनों ने मौके पर पहुंचकर ऑटो चालक की काफी तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। थक-हारकर उन्होंने चिलुआताल पुलिस को बैग गुमशुदगी की लिखित तहरीर दे दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित मार्गों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए।

उधर, जब ऑटो चालक अजय त्रिपाठी की नजर अपने वाहन में छूटे बैग पर पड़ी, तो उन्होंने बिना देर किए और बिना बैग खोले ही उसे पीपीगंज पुलिस चौकी प्रभारी गौरव त्रिपाठी को सौंप दिया। सूचना मिलते ही कलावती देवी पुलिस चौकी पहुंचीं और बैग की पहचान की। बैग खोलकर देखा तो सोने की चार अंगूठियां, दो झुमके, एक मंगलसूत्र समेत कुल लगभग ढाई लाख रुपए के जेवरात और नगद पूरी तरह सुरक्षित मिले।

चौकी प्रभारी ने पूरे मामले की लिखा-पढ़ी की और चिलुआताल पुलिस की सहमति से बैग महिला को सुपुर्द कर दिया।

जब ऑटो चालक अजय त्रिपाठी से इस संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि यह उनका पहला मामला नहीं है। वे पहले भी कई बार ऑटो में छूटे सामान को पुलिस को सौंप चुके हैं। उनकी इस ईमानदारी की क्षेत्र में खूब सराहना हो रही है। वहीं कलावती देवी और उनके परिजनों ने भी अजय त्रिपाठी को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया।

Continue Reading

General

SIR फ़ॉर्म जमा कराने में प्रशासन सक्रिय, डीएम ने एआरओ, बीएलओ को दिए कड़े निर्देश

Published

on

By

गोरखपुर/ जिले में SIR फार्म को लेकर जिला प्रशासन अब पूरी तरह सक्रिय हो गया है। डीएम दीपक मीणा ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा कि SIR फार्म से जुड़े सभी एआरओ और बीएलओ अपने-अपने क्षेत्रों के शत-प्रतिशत SIR प्रपत्र अतिशीघ्र जमा करें, ताकि मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में देरी न हो और सभी मतदाताओं के नाम समय से शामिल किए जा सकें।

इसी के क्रम में पूर्व माध्यमिक विद्यालय तिघरा में खंड शिक्षा अधिकारी भरोहिया नीलम की अगुवाई में अभियान लगातार चल रहा है। उन्होंने बताया कि विद्यालय के बूथ पर कुल लगभग 5000 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें से 65% SIR फार्म अब तक जमा हो चुके हैं। शेष फॉर्म भी जल्द ही जमा कराए जा रहे हैं ताकि सूची संशोधन प्रक्रिया में कोई विलंब न हो।

कार्यक्रम के दौरान अंजना, गीता सिंह, मधुबाला सिंह, सीमा कश्यप सहित कई बीएलओ मौजूद रहीं। खंड शिक्षा अधिकारी नीलम ने सभी बीएलओ के साथ मिलकर SIR फार्म को शत-प्रतिशत भरवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।

Continue Reading

Trending

Copyright © 2017 Zox News Theme. Theme by MVP Themes, powered by WordPress.