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स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत पैसिफिक कॉलेज ऑफ नर्सिंग में टैबलेट वितरण, छात्रों में खुशी की लहर

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गोरखपुर/ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में शुक्रवार को पैसिफिक कॉलेज ऑफ नर्सिंग रायपुर, पीपीगंज में टैबलेट वितरण समारोह का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैंपियरगंज के अधीक्षक डॉ. विनोद वर्मा रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिससे शिक्षा और ज्ञान के इस कार्यक्रम को पवित्रता मिली।

कार्यक्रम के दौरान स्वामी विवेकानंद योजना के अंतर्गत GNM तृतीय वर्ष और ANM द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत कुल 70 छात्र छात्राओं में 53 छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किए गए। जिन प्रमुख विद्यार्थियों को टैबलेट प्राप्त हुए, उनमें विवेक कुमार, सपना गहलोत, अफसाना, अंकिता मौर्य और नेहा प्रमुख रहीं। छात्रों ने इस योजना को शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम बताया।

छात्रों ने कहा कि सरकार द्वारा दिया गया यह टैबलेट शिक्षा को आसान बनाने वाला उपकरण सिद्ध होगा। उन्होंने बताया कि जब कोई विषय समझ में नहीं आता, तो इंटरनेट की सहायता से स्वयं अध्ययन कर सकेंगे। इससे ऑनलाइन एजुकेशन, ई-लर्निंग, और डिजिटल प्लेटफॉर्म का भरपूर लाभ उठाया जा सकेगा।

इस मौके पर कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. सैय्यद हबीबुल्लाह, डिप्टी डायरेक्टर इरफान हाशमी, एडिशनल डायरेक्टर फरहान हाशमी, प्रिंसिपल चिराग क्रिस्टी एवं वाइस प्रिंसिपल विशाल ओरीलाल सहित समस्त शिक्षकगण एवं स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

कॉलेज प्रबंधन ने उत्तर प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना से छात्रों को डिजिटल तकनीक से लैस शिक्षा संसाधन प्राप्त हो रहा है, जिससे वे बदलते युग में आगे बढ़ने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के युवा सशक्तिकरण अभियान का सशक्त उदाहरण है।

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गोरखपुर की कनिष्का मिश्रा ने RPM एकेडमी में हासिल किया दूसरा स्थान, 90.6% अंक के साथ रचा इतिहास

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गोरखपुर/ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए, जिसमें गोरखपुर की RPM एकेडमी की छात्रा कनिष्का मिश्रा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने विद्यालय में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। कनिष्का ने 90.6% अंक यानी कुल 500 में से 453 अंक प्राप्त किए हैं। इस उत्कृष्ट परिणाम के साथ उन्होंने न केवल अपने स्कूल बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

कनिष्का मिश्रा एक किसान परिवार से आती हैं। उनके पिता एक साधारण किसान हैं, लेकिन उनकी मेहनत और परिवार का समर्थन कनिष्का की सफलता का आधार रहा है। शिक्षा के प्रति कनिष्का की लगन और अनुशासन हमेशा से उनके शिक्षकों और सहपाठियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है।

छात्र जीवन में शुरुआत से ही मेधावी रही कनिष्का पढ़ाई के साथ-साथ सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी सक्रिय रही हैं। उनका कहना है कि नियमित पढ़ाई, समय प्रबंधन और माता-पिता व शिक्षकों का सहयोग उनकी इस उपलब्धि के पीछे की सबसे बड़ी ताकत रही है।

CBSE बोर्ड के रिजल्ट घोषित होते ही जैसे ही कनिष्का मिश्रा के 90.6% अंक पाने की खबर फैली, पूरे RPM एकेडमी में खुशी की लहर दौड़ गई। विद्यालय के प्रिंसिपल और शिक्षकों ने कनिष्का को मिठाई खिलाकर बधाई दी। क्षेत्र के लोगों ने भी कनिष्का और उनके परिवार को बधाइयां दीं। उनके घर पर लोगों का तांता लग गया है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा, “कनिष्का शुरू से ही अनुशासित और मेहनती छात्रा रही हैं। उनकी यह सफलता आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगी।”

कनिष्का मिश्रा का लक्ष्य आगे चलकर मेडिकल क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहती हैं। कनिष्का मिश्रा आगे बताती है कि मेरी मां का निधन कुछ दिनों पूर्व हार्ट अटैक से हो गया था। जिसके कारण मेरा पूरा परिवार टूट चुका था। जिसके कारण मैं अब मैं डॉक्टर बनकर लोगो के दुख दर्द को दूर करूंगी। और इस तरह वे देश सेवा में योगदान देना चाहती हैं और मेडिकल क्षेत्र में एक विशेषज्ञ डॉक्टर बनकर गरीब व असहाय लोगों की मदद करना चाहती हैं। अभी से उन्होंने आगे की पढ़ाई की योजना बनानी शुरू कर दी है।

CBSE 10वीं के बोर्ड रिजल्ट 2025 में इस बार उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से भी होनहार छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। औसत पास प्रतिशत इस बार 87.4% रहा। गोरखपुर जैसे जिले से ऐसे होनहार छात्रों का उभरकर आना पूरे पूर्वांचल क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।

कनिष्का मिश्रा की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि सीमित संसाधनों में भी अगर मेहनत और लगन हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। गोरखपुर की यह बेटी आज न सिर्फ अपने माता-पिता बल्कि पूरे जिले के लिए प्रेरणा बन चुकी है।

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दीपशिखा गर्ल्स इंटर कॉलेज में मेधावी छात्राओं का सम्मान, बालिका शिक्षा को मिला नया आयाम

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गोरखपुर/जनपद के नगर पंचायत पीपीगंज के प्रतिष्ठित दीपशिखा गर्ल्स इंटर कॉलेज में UP Board परीक्षा 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली मेधावी छात्राओं के सम्मान में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक ओम प्रकाश त्रिपाठी, प्रधानाचार्य आशा त्रिपाठी, दीपशिखा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य अजय प्रकाश त्रिपाठी एवं समस्त शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

यह कार्यक्रम छात्राओं के मनोबल को बढ़ाने एवं बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। समारोह में छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी शामिल हुए और गर्व के क्षणों को साझा किया।

UP बोर्ड की परीक्षा में बालिकाओं ने लहराया परचम

विद्यालय की छात्रा वैष्णवी गुप्ता ने हाई स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया। उन्होंने 91% अंक अर्जित किए और गणित में 98 अंक लाकर विशेष सराहना पाई।
हाई स्कूल की अन्य टॉपर छात्राएं थीं:

  • अनुपमा सिंह – 86% (द्वितीय स्थान)
  • अनुष्का – 85% (तृतीय स्थान)

इंटरमीडिएट विज्ञान वर्ग में शीर्ष स्थान पर रहीं:

  • रोशनी यादव – 84% (प्रथम स्थान)
  • अरसा – 81% (द्वितीय स्थान)
  • काजल विश्वकर्मा – 80% (तृतीय स्थान)

इंटरमीडिएट कला वर्ग की टॉपर छात्राएं थीं:

  • स्नेहा यादव – 79% (प्रथम स्थान)
  • काव्यांजलि शर्मा – 77% (द्वितीय स्थान)
  • गौरी गौड़ – 75% (तृतीय स्थान)

विद्यालय परिवार ने सभी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी और आगे भी इसी तरह उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।

बालिका शिक्षा को समर्पित दीपशिखा कॉलेज

दीपशिखा गर्ल्स इंटर कॉलेज, पीपीगंज क्षेत्र का ऐसा पहला विद्यालय है जो बालिका शिक्षा के लिए पूर्णतः संकल्पित है। यहाँ अनुशासन, संस्कार और गुणवत्ता युक्त शिक्षा दी जाती है। विद्यालय में विज्ञान एवं कला वर्ग के साथ-साथ हाई स्कूल स्तर की पढ़ाई भी होती है।

इस विद्यालय की विशेषता यह है कि छात्राओं को अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ चरित्र निर्माण एवं संस्कार पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। विद्यालय की यह पहल क्षेत्र में नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है।

समारोह का कुशल संचालन

सम्मान समारोह का संचालन विद्यालय के रसायन विज्ञान प्रवक्ता आदर्श वर्धन पाठक द्वारा किया गया। उन्होंने छात्राओं की मेहनत और लगन की सराहना करते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं।

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बापू इंटर कालेज के प्रधानाचार्य पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लगाया गंभीर आरोप

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गोरखपुर: एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बापू इंटर कॉलेज में किया जोरदार प्रदर्शन, पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

गोरखपुर जनपद के पीपीगंज क्षेत्र स्थित बापू इंटर कॉलेज एक बार फिर विवादों में घिर गया, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं और कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. बीके यादव के बीच ऑफिस के अंदर और बाहर आने को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई। मामले ने तब तूल पकड़ा जब नाराज कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं की गईं तो कॉलेज के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी जाएगी।

प्रदर्शन की मुख्य वजहें: छात्र हितों की अनदेखी

प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन छात्रों से पीटीएम शुल्क, प्रवेश फॉर्म, परिचय पत्र और टाई के नाम पर अवैध रूप से पैसे वसूल रहा है। उन्होंने इन शुल्कों की तत्काल वापसी की मांग की। कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह आर्थिक शोषण छात्रों और उनके परिवारों पर अनावश्यक बोझ डाल रहा है।

पुलिस हस्तक्षेप और मांगों की स्वीकृति

प्रदर्शन के दौरान जब मामला ज्यादा बढ़ गया और कॉलेज परिसर में तनाव का माहौल बन गया, तो प्रधानाचार्य डॉ. बीके यादव ने स्थानीय पुलिस को बुला लिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भी एबीवीपी कार्यकर्ता प्रदर्शन पर अड़े रहे और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी।

हालात को संभालते हुए पुलिस ने कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की और प्रधानाचार्य से चर्चा की। अंततः डॉ. यादव ने लिखित रूप में सभी मांगों को मानने का आश्वासन दिया और एक पत्र जारी किया, जिसमें सभी अनावश्यक शुल्क वापस करने और छात्र हितों को प्राथमिकता देने की बात कही गई। इस लिखित आश्वासन के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने धरना समाप्त किया।

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लगाए गंभीर आरोप

प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रधानाचार्य पर कई गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि डॉ. बीके यादव छात्रों के साथ मनमानी करते हैं और शिक्षा व्यवस्था को भ्रष्ट कर रहे हैं। छात्रों से जबरन शुल्क वसूली की जाती है और विरोध करने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है।

कार्यकर्ताओं ने बताया कि पूर्व में भी इसी कॉलेज में प्रवेश शुल्क को लेकर विरोध हुआ था, जिसमें एबीवीपी की पहल पर ही प्रशासन को पीछे हटना पड़ा था। अब एक बार फिर जब छात्रों के हितों की अनदेखी हो रही है, तो एबीवीपी ने मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता चुना।

छात्रों की चुप्पी: डर और दबाव का संकेत

इस पूरे मामले में कुछ छात्रों ने मीडिया से नाम न छापने और कैमरे में नहीं आने की शर्त पर बातचीत की। उनका कहना था कि जब से वर्तमान प्रधानाचार्य कॉलेज में आए हैं, तब से शैक्षणिक वातावरण में गिरावट आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य का व्यवहार छात्रों के प्रति अनुचित और अपमानजनक होता है।

एक छात्र ने बताया, हम कुछ कहने से डरते हैं, क्योंकि अगर विरोध करते हैं तो हमें टारगेट किया जाता है और मानसिक दबाव बनाया जाता है। और छात्रों ने प्रधानाचार्य के रंगीन मिजाज और तानाशाही रवैये को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि यह विषय न सिर्फ कॉलेज के भीतर बल्कि बाहर भी चर्चा का कारण बन गया है।

शिक्षा का गिरता स्तर बना चिंता का विषय

बापू इंटर कॉलेज को एक समय क्षेत्र के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में गिना जाता था, लेकिन अब छात्रों और अभिभावकों के बीच शिक्षा की गुणवत्ता और प्रशासनिक पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। एबीवीपी का यह प्रदर्शन सिर्फ शुल्क वापसी की मांग नहीं थी, बल्कि यह छात्रों के भविष्य की रक्षा और कॉलेज प्रशासन की जवाबदेही तय करने की मांग भी थी।

एबीवीपी की मांगें क्या थीं? (5 सूत्रीय ज्ञापन)

  1. पीटीए, प्रवेश फॉर्म, परिचय पत्र, टाई और पैरेंट्स मीटिंग के लिए लिए गए शुल्क को तत्काल वापस किया जाए।
  2. छात्रों के साथ हो रही मानसिक प्रताड़ना को रोका जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो।
  3. कॉलेज प्रशासन पारदर्शी कार्यशैली अपनाए और सभी गतिविधियों की जानकारी सार्वजनिक की जाए।
  4. छात्रों के शैक्षणिक अधिकारों की रक्षा की जाए और मनमानी फीस प्रणाली को समाप्त किया जाए।
  5. भविष्य में छात्र विरोधी गतिविधियों को रोका जाए और संवाद स्थापित करने के लिए छात्र प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।

गोरखपुर के बापू इंटर कॉलेज में एबीवीपी द्वारा किया गया यह प्रदर्शन न सिर्फ एक संस्थान की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह शिक्षा व्यवस्था की वर्तमान स्थिति पर भी गंभीर चिंतन की मांग करता है। जब छात्रों को उनकी आवाज उठाने के लिए आंदोलन करना पड़े, तो यह साफ संकेत है कि कहीं न कहीं शासन-प्रशासन और शिक्षा विभाग को सजग और सक्रिय होने की जरूरत है।

अब देखना यह होगा कि क्या कॉलेज प्रशासन अपने वादों पर कायम रहता है या फिर एबीवीपी और छात्रों को एक बार फिर आंदोलन करना पड़ेगा।

इस दौरान एबीवीपी के गोरखपुर विभाग के विभाग संगठन मंत्री राजवर्धन सिंह, जिला संगठन मंत्री रंजीत सिंह, प्रांत जन जाति सह संयोजक गुलशन रावत, प्रांत कार्यसमिति सदस्य रामआशीष निषाद, प्रांत मीडिया सह संयोजक रमण शुक्ल, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य राहुल पासवान, जिला संयोजक जयवीर सिंह, नवनीत सिंह, शनि सिंह, आदित्य चौबे, अजय नायक, विवेक नारायण, अमजद खान, सत्यम त्रिपाठी, अमन मद्धेशिया और सौम्या सिंह आदि कार्यकर्ता और कस्बा चौकी प्रभारी नितिन श्रीवास्तव, एसआई अनिकेत भारती, कांस्टेबल अमरनाथ और थाना प्रभारी पीपीगंज धर्मेंद्र सिंह अपने दल बल के साथ उपस्थित रहे।

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