Uncategorized
माकड्रिल का बच्चों में अभ्यास कराया गया
गोरखपुर/ हवाई हमलों से बचने के लिए जीवन ज्योति इन्टरमीडिएट कालेज कल्यानपुर पीपीगंज गोरखपुर में बच्चों को सायरन के माध्यम से माकड्रिल का अभ्यास कराया गया। सायरन बजते ही बच्चे डेस्क ब्रेन्च के नीचे छिप गए और वहां से धीरे धीरे बैठकर ही कमरे से बाहर निकल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। हवाई हमलों से बचने के सभी उपायों को बच्चों को अच्छी तरह से समझाया गया और विद्यालय के प्रधानाचार्य कन्हैया लाल जायसवाल ने बच्चों को अपने अपने घरों पर जाकर माता पिता से भी इन उपायों को बताने के लिए कहा। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक सुशील कुमार मिश्रा, आनन्द चौरसिया, शिवचन्द, ओम प्रकाश यादव, दीपक कुमार, शिक्षिकाएं अनुराधा, बन्दा, शीला, प्रियंका, नेहा गुप्ता, कमलावती, शाम्भवी, शशिकला, पुष्पा, वरुणेश आदि सभी ने मिलकर हवाई हमलों से बचाव को बताया और समझाया।
Uncategorized
बापू चिल्ड्रेन एकेडमी में प्रबंधकीय विवाद में चौपट होता नौनिहालों का भविष्य

गोरखपुर जनपद के पीपीगंज में बापू चिल्ड्रेन एकेडमी का विवाद गहराता जा रहा है। पिछले माह 25 अगस्त को शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा गैर मान्यता प्राप्त घोषित करके विद्यालय को अग्रिम आदेश तक के लिए सील कर दिया गया था।
वही वैदेही शरण यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बापू चिल्ड्रेन एकेडमी का संचालन वर्ष 2014 से किया जा रहा था। उस समय विद्यालय को तीन वर्ष के लिए अस्थाई मान्यता प्राप्त हुई थी। जिसे 2017 में विद्यालय को स्थाई मान्यता प्राप्त हो गई। तब से विद्यालय निर्बाध रूप से संचालित हो रहा था। और कुछ स्थानीय लोगों के द्वारा साजिश करके शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तथ्यहीन सूचना देकर भ्रमित किया जा रहा है। जिसकी वजह से विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
आगे उन्होंने बताया कि इस विद्यालय में प्रबंधकीय को लेकर विवाद चल रहा है। जिसमे पूर्व में प्रबंधक रहे कमाल जावेद को माननीय कोर्ट के आदेश पर प्रबंधक पद से हटा दिया गया और उनकी जगह पर वैदेही शरण यादव को प्रबंधक बना दिया गया है। और विद्यालय के पूर्व प्रबंधक के द्वारा अनभिज्ञता में की गई भ्रामक प्रचार है। उन्होंने विद्यालय के मान्यता न होने की झूठी कहानी कही है बल्कि विद्यालय की अस्थाई मान्यता 2017 मे स्वत: हो गई थी। वही गोरखपुर के दोनों वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी डीआईओएस (एडी बेसिक) चार्ज और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मान्यता को सही पाया। और विद्यालय प्रबंधक वैदेही शरण यादव को विद्यालय संचालन की जिम्मेदारी दी। यह कहते हुए कि उक्त विद्यालय में 9,10,11 और 12 की क्लास नहीं चलनी चाहिए।
विद्यालय प्रबंधक वैदेही शरण यादव ने एक शपथ पत्र के माध्यम से अधिकारिओ को आश्वस्त किया कि विद्यालय का संचालन नर्सरी से लेकर के आठ तक ही किया जाएगा।
दूसरी सबसे अहम बात यह है कि जब विद्यालय को सील या ताला बंद करने के लिए किसी अधिकारी की लिखित व प्रमाणित हस्ताक्षरित् पत्र विद्यालय प्रबंधन और उसके सहकर्मियों को नहीं दिया गया और बदले की कार्यवाही करते हुए आनंन फानन में विद्यालय को सील कर दिया गया। जब सील की कार्रवाई ही अवैध थी तो अब उसको वैध कैसे करार दिया जाए। इस कारण से अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए और अधिकारी राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ के किसी भी पदाधिकारी का जवाब नहीं दे सके। और इन सवालों से बचते रहे।
आपको बता दे कि विद्यालय संचालित कर रहे और राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ के लोगों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिल कर मान्यता संबंधी कागजात को प्रस्तुत करके विद्यालय को मान्यता प्राप्त की श्रेणी में स्थापित किया है। उसके बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता की वजह से अभी तक विद्यालय में शैक्षणिक कार्य शुरू नहीं हुआ।
Uncategorized
नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत
गोरखपुर जनपद के पीपीगंज थाना क्षेत्र में एक नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। जबकि लड़की के माता पिता का आरोप है कि मेरी बेटी को पीट कर हत्या की गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया।
Uncategorized
चेयरमैन पीपीगंज पर सभासदों ने लगाए गंभीर आरोप, डीएम से की शिकायत
नगर पंचायत पीपीगंज में भ्रष्टाचार और मनमानी का आरोप, जांच की मांग तेज
गोरखपुर जनपद की नगर पंचायत पीपीगंज में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। चेयरमैन लक्ष्मण विश्वकर्मा पर स्थानीय सभासदों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। सभासदों का कहना है कि चेयरमैन द्वारा नगर पंचायत में विकास कार्यों में अनियमितता, पारदर्शिता की कमी और मनमानी की जा रही है। इसी को लेकर सभी सभासदों ने एकजुट होकर जिलाधिकारी गोरखपुर को ज्ञापन सौंपा और लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराई।
सभासदों का आरोप है कि चेयरमैन द्वारा बिना बोर्ड मीटिंग के निर्णय लिए जा रहे हैं और वित्तीय स्वीकृतियाँ नियमों के विरुद्ध दी जा रही हैं। साथ ही कई टेंडर बिना प्रक्रिया के ही पास कर दिए गए हैं, जिससे भ्रष्टाचार की संभावना जताई जा रही है। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि नगर पंचायत के कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों में पारदर्शिता नहीं बरती गई है।
इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्रीय नागरिकों में भी नाराजगी है और वे निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं, डीएम गोरखपुर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कराने का आश्वासन दिया है। चेयरमैन लक्ष्मण विश्वकर्मा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है और कहा कि यह राजनैतिक साजिश का हिस्सा है।
यह मामला अब नगर पंचायत की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन चुका है और सभी की निगाहें प्रशासन की आगामी कार्रवाई पर टिकी हैं।
-
Breaking8 months ago
35 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर किया आत्महत्या, परिजनों में शोक की लहर
-
Breaking8 months ago
रंजिश में चाकू से युवक पर किया हमला, युवक की हालत गंभीर
-
General9 months ago
पीपीगंज में थाने की गाड़ी के टक्कर से युवक की मौत: पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
-
Education6 months ago
बापू इंटर कालेज के प्रधानाचार्य पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लगाया गंभीर आरोप
-
General9 months ago
अधीक्षण अभियंता डीके सिंह द्वारा विद्युत वितरण खंड कैंपियरगंज का निरीक्षण और ओटीएस योजना पर हुई महत्वपूर्ण चर्चा
-
General4 months ago
बिजली चोरी पर बड़ी कार्रवाई, कैम्पियरगंज क्षेत्र में चला बिजली चेकिंग मॉर्निंग रेड अभियान, 57 कनेक्शन कटे, दर्जनों एफआईआर दर्ज
-
Breaking9 months ago
पुष्पक एक्सप्रेस हादसे पर सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ का बयान: चेन पुलिंग की वजह का नहीं पता
-
General5 months ago
शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण, युवती लगा रही न्याय की गुहार, पुलिस पर पक्षपात का आरोप